गिलोय के औषधीय गुण : फायदे एवं नुकसान giloy N0. 1 Ayurveda remedies

गिलोय क्या है

What is Giloy in hindi
गिलोय
गिलोय एक प्रकार की लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते की तरह होते हैं। आयुर्वेद में इसको कई नामों से जाना जाता है यथा अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि। बहुवर्षायु तथा अमृत के समान गुणकारी होने से इसका नाम अमृता है। आयुर्वेद साहित्य में इसे ज्वर की महान औषधि माना गया है। गिलोय की लता जंगलों, नीम, आम्र के वृक्ष के आस-पास मिलती है। जिस वृक्ष को यह अपना आधार बनाती है, उसके गुण भी इसमें समाहित रहते हैं। इस दृष्टि से नीम पर चढ़ी गिलोय श्रेष्ठ औषधि मानी जाती है। आयुर्वेद में इसे इम्युनिटी बूस्टर भी माना गया है. कोरोना काल में भी इसके अच्छे प्रभाव देखे गए हैं. 

  • गिलोय का काढ़ा कैसे बनाये  गिलोय काढ़ा (Giloy Kadha recipe in Hindi)
        सामग्री

आवश्यकता अनुसार गिलोय का डंठल और पत्ती
 थोड़ा सा तुलसी पत्ता 
2" दालचीनी का टुकड़ा 
1" अदरक
1 चम्मच अजवाइन
4-5 काली मिर्च
        तरीका
सबसे पहले अदरक और काली मिर्च को चूर ले।
अब दो कप पानी में 15 मिनट के लिए गिलोय,अजवाइन,काली मिर्च,तुलसी पत्ता,अदरक,दालचीनी को डालकर फुलने दें अब गैस पर चढ़ाकर एक उबाल आने दें उसके बाद आँच को धीमा कर के 15 से 20 मिनट तक उबलने दें काढ़ा दो कप से एक कप हो जाएगा तो काढ़ा तैयार है।

  • गिलोय के फायदे

1 गिलोय का काढ़ा पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसमें मौजूद अदरक और हल्दी मिलकर इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं.
2 रोजाना गिलोय का काढ़ा पीने से शरीर कई तरह के संक्रमण और संक्रामक तत्वों से बच सकता है.
3 डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने पर भी गिलोय का सेवन किया जाता है जिससे काफी तेजी प्लेटलेट्स बढ़ती हैं.
4 गठिया रोग में भी गिलोय बहुत फायदेमंद होता है.
5 ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए भी फायदेमंद है गिलोय. आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों को गिलोय खाने की सलाह दी जाती है.
6 कोरोना वायरस से बचाव करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी गिलोय का इस्तेमाल किया जा रहा है

  • गिलोय के नुकसान
गिलोय का काढ़ा आपको प्रतिदिन एक कप से ज्यादा नहीं पीना चाहिए. एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं. वहीं अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए. गर्भवती महिलाएं, नवजात बच्चों को काढ़ा देने से पहले भी चिकित्सक की सलाह लें. ऐसे लोगों को ये काढ़ा पीने से लो ब्लड प्रेशर और ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा हो सकता है.